टाइगर राजा सिंह का इस्तीफा: तेलंगाना में भाजपा के लिए कितना बड़ा नुकसान?

By : Krishna Mishra
राजा सिंह लोध राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिसकी जड़ें उत्तर भारत में हैं। निज़ाम शासन के दौरान इस समुदाय के कई लोग हैदराबाद आकर बस गए थे। तेलंगाना में हिंदुत्व की राजनीति को मजबूत करने वाले राजा सिंह भारतीय जनता पार्टी के एकमात्र ऐसे नेता माने जाते थे जिनकी जीत को लेकर शायद ही किसी को शक होता।
इस बीच, बीजेपी के वरिष्ठ और निष्ठावान नेता रामचंदर राव का तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है और वे बुधवार को निर्विरोध अध्यक्ष चुने जा सकते हैं। इसी फैसले से नाराज़ होकर टी. राजा सिंह, जिन्हें टाइगर राजा के नाम से भी जाना जाता है, ने केंद्रीय मंत्री और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को पत्र लिखकर बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। कुछ दिन पहले ही राजा सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी कर पार्टी नेतृत्व से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अपील की थी।